May 20, 2024

सड़कों पर उतरे ड्राइवर,केंद्र सरकार के खिलाफ किया विरोध प्रदर्शन, 10 साल की सजा 7 लाख के जूर्वाने को लेकर प्रदर्शन

रिपोर्ट इकरार हुसैन

काशीपुर।1 जनवरी 2024 जहां देश आज साल का पहला दिन नव वर्ष मना रहा है तो वही ड्राइवरो ने केंद्र सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर चक्का जाम कर कड़ी नाराजगी जताते हुए केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर लगाए नारे की। बता दे कि केंद्र सरकार के द्वारा किसी भी ड्राइवर से दुर्घटना होने पर या दुर्घटना से किसी व्यक्ति की मृत्यु होने पर ड्राइवर को 10 साल की सजा और 7 लख रुपए के जुर्माना लगाए जाने के लिए बनाए गए कानून के खिलाफ ड्राइवर हड़ताल के साथ ही धरना प्रदर्शन करते हुए केंद्र सरकार से कानून को वापस लिए जाने की मांग कर रहे हैं।बता दें कि केंद्र सरकार के द्वारा ट्रक द्वारा बस द्वारा कर द्वारा या मोटरसाइकिल द्वारा या अन्य किसी भी वाहन के चालक के द्वारा दुर्घटना की गई या धोखे से भी दुर्घटना हो गई तो उसके चालक को 10 साल की सजा और 7 लख रुपए के जमाने का प्रावधान करते हुए नए कानून बनाया गया हैं।

इसके विरोध में ड्राइवर ने मुरादाबाद रोड पर चक्का जाम करते हुए हंगामा कर दिया। इस दौरान करीब डेढ़ 2 घंटे यातायात वहां प्रभावित हुआ। सूर्या चौकी प्रभारी राजेंद्र प्रसाद ने मौके पर पहुंचकर यातायात को सुचारू कराया। इसके बाद ट्रक ड्राइवर चौक पर ही धरना प्रदर्शन करने के लिए बैठ गये। प्रदर्शन करने वालों में राजपाल सिंह, सरजीत सिंह, मोहम्मद असलम, धनराज शर्मा, अफजल हुसैन, सतनाम सिंह, राजेंद्र शर्मा, सुधीर पाल, विजय कुमार, राकेश कुमार, कामेश्वर पांडेय, नजाकत हुसैन, सचिन कुमार, प्रवीण कुमार, मनोरी यादव, प्रकाश शर्मा, तरुण कुमार, अमित कुमार, जीतू सिंह, मोहम्मद आदिल, सतीश राणा, नाजिर हुसैन, अशोक कुमार, के अलावा तमाम ड्राइवर ने कहा कि केंद्र सरकार के द्वारा बनाया गया कानून सरासर गलत है उन्होंने कहा कि ड्राइवर अपनी जान हथेली पर रखकर अपना और अपने परिवार का पालन पोषण करता है। ऐसे में अगर ड्राइवर को 10 साल की सजा और 7 लाख रुपए सड़क दुर्घटना में मृत्यु होने पर देने पड़ेंगे तो ड्राइवर के परिवार का क्या होगा। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने बिना सोचे समझे ही ड्राइवर पर यह कानून लाद दिए हैं। उन्होंने कहा कि सरकार को ड्राइवर के हित के बारे में सोचते हुए कानून बनना चाहिए था। उन्होंने कहा कि ड्राइवर के द्वारा हड़ताल शुरू कर दी गई है और अनिश्चितकाल तक हड़ताल चलती रहेगी जब तक सरकार इस कानून को वापस नहीं लेती है तब तक हड़ताल चलती रहेगी।उन्होंने अन्य ड्राइवर से भी अपील करते हुए कहा कि इस हड़ताल में सभी ड्राइवर भाई उनका साथ दें क्योंकि हर घर में दो चार ड्राइवर है और दुर्घटना कभी भी किसी से भी हो सकती है। वह ट्रक ड्राइवर हो या बस ड्राइवर हो या कर ड्राइवर हो या मोटरसाइकिल ड्राइवर हो या ई रिक्शा चालक हो टेम्पु चालक हो जब कानून बनता है तो उसका लाभ और हानि का प्रभाव सभी पर पड़ता है।